शायद शब्द क्षमता कमजोर रही या लेखन. बस, अपनी क्षमता भर प्रयास था.
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हक भाषिक तत्वों के साथ साहित्यिक विधाओं तथा शब्द क्षमता विस्तार की दृष्टि से भी सामग्री चयन करेंगे.
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हम भाषिक तत्वों के साथ साहित्यिक विधाओं तथा शब्द क्षमता विस्तार की दृष्टि से भी सामग्री चयन करेंगे.
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शब्द क्षमता कहां पा सके हैं कहो व्यक्त भाषा हॄदय की कभी कर सकें तूलिका चित्र केवल बना पाई है है न संभव कि सौरभ कभी भर सके आपकी यह लगन, चाँद जैसे गगन शुक्ल के पक्ष में, नित्य बढ़ती रहे हम सभी हैं मुदित,आपकी कीर्ति के सूर्य की रश्मियों से निरंतर जुड़ें
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शब्द क्षमता कहां पा सके हैं कहो व्यक्त भाषा हॄदय की कभी कर सकें तूलिका चित्र केवल बना पाई है है न संभव कि सौरभ कभी भर सके आपकी यह लगन, चाँद जैसे गगन शुक्ल के पक्ष में, नित्य बढ़ती रहे हम सभी हैं मुदित,आपकी कीर्ति के सूर्य की रश्मियों से निरंतर जुड़ें